भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने समस्त देशवासियों से कुछ आग्रह किया। उन्होंने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के अपने सपने के लिए देशवासियो से सहयोग माँगा। बीजेपी के युवा नेता एवं राजनीतिक विश्लेषक रवि तिवारी जी ने इस विषय पर प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने कहा कि बिना देशवासियों के सहयोग के भारत को विकासशील से विकसित राष्ट्र बनाने का कार्य असंभव है।
1. पानी की हर बूँद बचाइए
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सर्वप्रथम देशवासियो से पानी के विषय में चर्चा की और कहा कि पानी की हर एक बूँद मूल्यवान है। इसे बचाने का हरसंभव प्रयास करें। ‘जल है तो कल है’ और ‘जल ही जीवन है’ जैसी मान्यताएँ और योजनाए हमारे दैनिक जीवन का अहम् हिस्सा हैं। फिर भी हम जल के प्रति इतने उदासीन हैं कि जल की बर्बादी से पार पाने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री जी को आग्रह करना पड़ा। आज देश के कई स्थानों पर देखा गया है कि जलस्तर में निरंतर गिरावट जारी है।
पीने लायक पानी के लिए देश के महानगरों समेत अन्य कई इलाकों में हमेशा जनसामान्य को संघर्ष करना पड़ता है। दिल्ली में तो लोग अब सिर्फ आरओ मशीन का फ़िल्टर पानी ही पीते हैं। तो समस्त देशवासियो से आग्रह है कि पानी बचाइए।
2. गांव-गांव को डिजिटल बनाएं
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दूसरा आग्रह किया कि भारत के प्रत्येक गांव का डिजिटलीकरण किया जाना चाहिए। जिससे युवाओ के लिए रोजगार एवं व्यापार के अन्य साधन उपलब्ध हो सके। गांव के डिजिटल हो जाने से तकनीक का इस्तेमाल भरपूर रूप में होगा। जिससे किसी भी गांव में कोई भी सरकारी योजना का क्रियान्यवयन सुचारु रूप से स्पष्ट पारदर्शिता के साथ हो सके। गांव के डिजिटल हो जाने से तकनीक का इस्तेमाल बढ़ेगा
जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। जैसे कि ऑनलाइन मार्केटिंग, ई-कॉमर्स व्यापार, सोशल मीडिया कॉन्टेंट क्रिएशन इत्यादि जैसे बहुत सारी गतिविधियों के क्षेत्र में गांव का युवा अपनी रचनात्मकता दिखाकर धन अर्जित कर सकता है। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने आग्रह करते हुए कहा कि गांव को डिजिटल बनाएं।
3. लोकल, मेड इन इंडिया प्रोडक्ट का ही इस्तेमाल करें
पीएम मोदी ने देशवासियों से यह आग्रह भी किया कि विदेशी सामानों के उपयोग से बचें। अपने ही देश के अंदर बने उत्पादों का अधिक उपयोग करने को वरीयता दें। जिससे देश कि अर्थव्यवस्था में स्थायित्व आएगा और अंदरूनी मजबूती भी मिलेगी। अपने देश के व्यापारियों का सामान जब हम इस्तेमाल करेंगे तो उस व्यापारी का व्यापर बढ़ेगा और वह भविष्य में एक बड़ा करदाता बनकर उभरेगा। जिससे देश के कुल कर संग्रह में वृद्धि होगी और हमारा देश भी मजबूत और शक्तिशाली बनेगा। किसी भी देश की आर्थिक उन्नति का अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि उस देश के अंदर उद्योग की क्या स्थिति है। विश्व स्तर पर उस देश की कितनी कंपनियां हैं।
4. योग/स्पोर्ट्स को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाइये
प्रधानमंत्री एवं प्रधानसेवक श्री नरेंद्र मोदी जी ने आग्रह करते हुए कहा कि योग, ध्यान और खेलों को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाइये। खेल के प्रति भी देशवासियो को जागरूक करने का प्रयास किया ताकि एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण हो सके। खेलो के प्रति देश के अंदर एक जोश और जुनून की हमेशा ही कमी रही है। ऐसा नहीं रहा कि देश में उत्कृष्ट खिलाड़ियों का अकाल रहा परन्तु वैश्विक प्रतिस्पर्धा में हमारा देश पिछली पंक्ति में ही खड़ा मिलता है।
पिछले कुछ वर्षो में हमने पाया है कि इसमें कुछ सुधार आया है लेकिन रास्ता अभी लम्बा है। खेलो को हमें अपने जीवन में एक गहरा स्थान देना होगा ताकि हमारा शारीरिक स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा और देश के अंदर स्पोर्ट्स की जड़ें भी मजबूत होंगी। जो भविष्य के वैश्विक खेल प्रतिस्पर्धाओं के लिए योद्धा तैयार करने का कार्य करेंगी।