Bihar के CM Nitish Kumar ने विगत चार वर्षों में में तीसरी बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ। BJP Delhi के नेता Ravi Tiwari ने बताया कि क्यों उन्होंने RJD से अलग होने का फैसला लिया।
Bihar Politics Live Breaking: नितीश कुमार (Nitish Kumar) ने इस्तीफे की सबसे बड़ी वजह RJD की अराजकता को बताया और कहा कि उन्हें ठीक तरह से काम नहीं करने दिया जा रहा था. काम वह कर रहे थे लेकिन फिर भी उसका उन्हें श्रेय नहीं दिया जा रहा था। वह काम बिहार की जनता के लिए करना चाहते थे लेकिन बिहार के विकास को कुछ समुदाय और व्यक्तियों तक ही सीमित करने का प्रयास महागठबंधन के अन्य घटक दलों के द्वारा किया जा रहा था।
न ठीक से काम करने दिया जा रहा था और न ही क्रेडिट मिल रहा था
BJP Delhi के नेता Ravi Tiwari ने बताया कि Nitish Kumar ने आगे कहा कि उनकी सरकार के किसी भी काम का क्रेडिट उन्हें नहीं दिया जा रहा था और ठीक से काम भी नहीं करने दिया जा रहा था। समस्याएँ अब सहनशीलता के स्तर को पार कर चुकी थी। इसलिए मैंने फिर से BJP के साथ जाकर NDA का दामन थामने का निर्णय लिया। यह मेरा अंतिम फैसला है और अब मैं हमेशा BJP, NDA के साथ ही रहूँगा।
मुझे और मेरी पार्टी को केंद्र में मोदी जी का नेतृत्व स्वीकार है। BJP को बिहार में JDU का नेतृत्व स्वीकार है। अब हम मिलकर काम करेंगे और बिहार को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे और यह भी सुनिश्चित करने का भरसक प्रयास रहेगा कि मुझे स्वतंत्रता के साथ काम करने दिया जाये।
BJP Delhi के नेता Ravi Tiwari ने बताया, CM Nitish Kumar ने कहा कि मेरे ऊपर किसी भी तरह का अनैतिक दबाव बनाने काप्रयास नहीं किया जाना चाहिए। मेरा प्रयास सदैव से यही रहता है कि विकास की सभी योजनाओं को पायदान पर खड़े अंतिम व्यक्ति तक सुचारु रूप से पहुँचाया जाय। विकास की परियोजना किसी एक जाति, समुदाय, धर्म, मजहब तक ही सीमित न रहे। किन्ही विशेष व्यक्तियों को ही सरकार का लाभ नहीं होना चाहिए।
सरकार जनता के वोट से बनती है और जनता के द्वारा दिए गए टैक्स के पैसे से चलती है। तो विकास भी समग्र और समावेशी होना चाहिए। इस गठबंधन में मुझे बिहार की जनता के लिए कार्य करने की वह स्वतंत्रता नहीं मिली जिसकी मैं उम्मीद रखता था। इसलिए मैंने RJD से अलग होकर NDA के साथ जाने का निर्णय लिया।
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का इतिहास:
BJP Delhi के नेता Ravi Tiwari ने बताया कि बिहार की राजनीति में Nitish Kumar का एक अलग ही इतिहास और मुकाम रहा है। उन्हें विकास पुरुष कहा जाता है। बिहार में जंगलराज के बीच उन्होंने एक ईमानदार और विकासवादी सोच को बढ़ावा देने का कार्य किया है। Nitish Kumar ने राजनीतिक जीवन की यात्रा की शुरुआत जेपी आंदोलन में भाग लेकर की। इसके बाद वह जनता दल में शामिल हुए। 1994 तक नीतीश कुमार लालू प्रसाद यादव की RJD का समर्थन करते थे।
BJP Delhi के नेता Ravi Tiwari ने बताया कि 1994 में जॉर्ज फर्नांडिस के साथ समता पार्टी बनाई। 2003 में समता पार्टी का JDU में विलय हो गया। फिर Nitish Kumar ने 2005 से 2013 तक BJP और JDU गठबंधन की सरकार चलाई। फिर 2014 में उन्होंने BJP से गठबंधन तोड़ लिया और RJD से हाथ मिलाया। 2015 का बिहार विधानसभा चुनाव RJD और कांग्रेस के साथ मिलकर महागठबंधन बनाकर लड़ा।
2017 में उन्होंने फिर से RJD से गठबंधन तोडा और BJP से हाथ मिला लिया। 2022 में नीतीश कुमार फिर से BJP से गठबंधन तोडा और RJD के साथ हो लिए। 2024 में फिर RJD का साथ छोड़कर BJP की अगुवाई वाली NDA के साथ चले हो लिए हैं।
BJP Delhi के नेता Ravi Tiwari ने बताया कि सबसे ज्यादा समय तक वह BJP के साथ ही रहे। NDA के साथ ही उन्होंने सबसे ज्यादा समय गुजारा और एक स्थायित्व वाली सरकार उन्होंने बीजेपी गठबंधन के साथ ही चलाई। बार-बार नितीश कुमार का बीजेपी का साथ छोड़ना और RJD जैसी पार्टी के साथ सरकार बनाना एक बहुत बड़ी गलती थी। क्योंकि जिस तरह की विकासवादी विचारधारा CM Nitish Kumar रखते है, वैसी विचारधारा वाले व्यक्ति का RJD जैसी पार्टी के साथ रहना दुर्लभ है।
क्या कहता है आँकड़ा?
BJP Delhi के नेता Ravi Tiwari ने बताया कि बिहार विधानसभा में इस समय BJP के विधायकों की संख्या 78 है। जबकि JDU के पास 45 विधायक हैं। BJP की सहयोगी पार्टी HAM के पास 4 विधायक हैं। इन सभी को यदि जोड़ दें तो आंकड़ा 127 तक पहुँचता है, जो कि बहुमत के आँकड़े से 5 अधिक है। नीतीश कुमार ने बीते चार साल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।