भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के युवा नेता रवि तिवारी (youth leader of the BJP in Delhi) ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराकर कांग्रेस ने साबित कर दिया वह गद्दार पार्टी है। सनातन धर्म और राष्ट्र का विरोध करना ही कांग्रेस पार्टी का धर्म बन गया है। पहले देश की सभी सरकारी सम्पत्तियों एवं संस्थानों को एक परिवार के नाम पर कर दिया।
अब वह राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक से अभिभूत हर पल का विरोध कर रही है एवं उन सभी गौरवमई कार्यक्रमों का विरोध कर रही है जिससे भारत और सनातन धर्म की साख में वृद्धि हो। इस लेख के माध्यम से भाजपा नेता रवि तिवारी (BJP Leader Ravi Tiwari) जी ने कांग्रेस पार्टी की घटिया, देश एवं सनातन धर्म विरोधी मानसिकता को उजागर करने का प्रयास किया है।
नई संसद के उद्घाटन का किया बहिष्कार
मोदी सरकार के राज में बदलते भारत की तस्वीर कांग्रेस पार्टी समेत पूरे विपक्ष से बर्दाश्त ही नहीं हो रहा है। नहीं तो राष्ट्रीय गौरव की प्रतीक नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार नहीं करती। गाँधी परिवार के नाम पर न जाने देश की कितनी संस्थाए और भवन को समर्पित करने वाली कांग्रेस पार्टी को नए संसद भवन से न जाने क्या तकलीफ थी। कांग्रेस समेत तमाम पार्टियों ने तब इस नए संसद भवन को ही असंवैधानिक करार देकर कहा था कि यह दलित एवं आदिवासी विरोधी है।
राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा दिए गए G20 भोज का किया बहिष्कार
पहली बार भारत को G20 की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ। भारत ने प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में इस समारोह का आयोजन काफी भव्य तरीके से किया। पूरे विश्व को भारत की संस्कृति एवं कला को जानने एवं समझने का अवसर मिला। इसी G20 कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा भोज का निमंत्रण भी कांग्रेस पार्टी ने अस्वीकार कर दिया और देश की जनता के सामने अपनी ओछी एवं घटिया मानसिकता का परिचय दिया।
कांग्रेस पार्टी देश की हर अच्छी चीज एवं उपलब्धि पर गर्व करने से बचती रही है वो भी सिर्फ इसलिए कि उसमे प्रधानमंत्री मोदी का गुणगान हो रहा है। यह सब अगर प्रधानमंत्री मोदी जी के शासनकाल में हो रहा है तो श्रेय भी तो उन्ही को दिया जायेगा। यदि देश के अंदर कोई अप्रिय घटना घटती है तो जिम्मेदार भी मोदी जी को ही ठहराया जाता है लेकिन विपक्ष के अनुसार कुछ उपलब्धि हासिल होने पर उनको श्रेय मोदी जी को नहीं दिया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्बोधन का किया बहिष्कार
कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी देश विरोधी एवं पाखंडवादी राजनीति का चेहरा उजागर किया। जब उसने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण का बहिष्कार किया। कांग्रेस ने राष्ट्रपति पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने भाषण में नेहरू, राजीव गाँधी एवं इंदिरा गाँधी का उल्लेख नहीं किया। जबकि राष्ट्रपति कोविंद ने अपने पूरे भाषण में देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, राधाकृष्णन, एपीजे अब्दुलकलाम, प्रणव मुखर्जी जैसी नामचीन हस्तियों का उल्लेख किया था।
क्या यह लोग देश के बाहर के है? जब तक कांग्रेस के एक-एक व्यक्ति का नाम नहीं लिया जायेगा तब तक राष्ट्रपति का अभिभाषण पूरा नहीं होगा। कांग्रेस आज भी अपने निजी स्वार्थ को देश की छवि के ऊपर ही रखती है। यह कांग्रेस की देश विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। भाजपा दिल्ली के नेता रवि तिवारी (The BJP Delhi leader, Ravi Tiwari) ने कांग्रेस के ऊपर यह आरोप लगाया।
इसके आलावा भी कांग्रेस पार्टी ने कारगिल दिवस एवं प्रणव मुखर्जी के भारत रत्न सम्मान कार्यक्रम का बहिष्कार किया। अपने इन्ही सब कुकर्मो के चलते ही आज कांग्रेस की यह हालत है और देश की जनता की नजरो में वह गिर गयी है। लेकिन उम्मीद बहुत कम ही है कि वह अपना देशविरोधी चरित्र छोड़ पायेगी। भाजपा (BJP) ने कांग्रेस पर देश विरोधी होने का आरोप लगाया और भाजपा दिल्ली के प्रमुख नेता रवि तिवारी जी (Ravi Tiwari, Young Leader of the BJP in Delhi) ने कहा कि देश की जनता को अब कांग्रेस से किसी भी तरह की वफ़ादारी की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।