बीजेपी के युवा नेता रवि तिवारी Ravi Tiwari ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए जातियों पर पीएम मोदी के विचार साझा किये। । इस लेख के माध्यम से हम आपको उनके सम्बोधन के कुछ महत्वपूर्ण अंश प्रस्तुत करेंगे।
रवि तिवारी, Ravi Tiwari ने अपने सम्बोधन की शुरुआत में यह कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में देश की सत्ता संभाली। वह भारत को एक विकसित और समृद्धशाली राष्ट्र बनाने के लिए 2014 से ही लगातार संघर्षरत हैं। जहाँ एक ओर विपक्षी पार्टियाँ भारत के लोगों को जातियों में बाँटकर विकास यात्रा को बाधित करने का काम कर रही हैं तथा विभाजनकारी राजनीति करने का काम कर रही हैं।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी की सोच भारत को एकसूत्र में पिरोकर देश को नयी ऊंचाइयों और बुलंदियों पर पहुँचाने की हैं। कुछ नेता भारत को षणयंत्रकारी राजनीति के तहत लगातार जातियों में बाँट रहे हैं। वह बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के संविधान की लगातार धज्जियाँ उड़ाते दिख रहे हैं, जिसमे कहा गया है कि देश का हर नागरिक एक समान है।
रवि तिवारी, Ravi Tiwari ने आगे कहा कि विपक्षी नेताओं का सारा फोकस सिर्फ इस बात पर है कि किसी भी तरह लोगों को जातियों में बांटकर, विभाजनकारी राजनीति करते हुए सत्ता हथियाई जाय। उन्हें भारत को समृद्धिशाली या विकसित राष्ट्र बनाने से कोई भी सरोकार नहीं है। किसी भी तरह उन्हें सिर्फ सत्ता चाहिए। गरीबो एवं युवाओ के उत्थान से उन्हें कोई मतलब नहीं है। महिलाओं एवं किसानों को स्वावलम्बी एवं ताकतवर बनाने में उनका तनिक भी रुझान नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार गरीब, किसान, युवा एवं महिला के हितों को लेकर चिंतिति हैं। मोदी जी कहते हैं कि मेरे लिए देश में सिर्फ चार ही जातियां हैं – गरीब, युवा, किसान एवं महिला। इन्ही का उत्थान करना मेरा और मेरी सरकार का परम दायित्व है। बिना इनके उत्थान के भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में नहीं खड़ा किया जा सकता है। भारत को समृद्धशाली राष्ट्र बनाने की दिशा में इन सभी का उत्थान अति महत्वपूर्ण है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएँ लागू की हैं। जिनका परिचय आगे इसी लेख में हमें मिलेगा।
रवि तिवारी Ravi Tiwari ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों को आर्थिक रूप से समृद्ध और शक्तिशाली बनाने के लिए अनेक योजनाएँ लागू की हैं। जिनमें सबसे पहला है प्रधानमंत्री आवास योजना। इस योजना के तहत देश के गरीबों को निशुल्क पक्का मकान दिया गया। इससे उन्हें सर्दी, गर्मी और बरसात से बचने में सहायता हुई और सर उठाकर जीने का अवसर प्रदान किया गया। कच्चा मकान होने के कारण लोगों को बारिश के मौसम में हमेशा जान-माल का खतरा बना रहता है। बरसात के समय कोई भी दुर्घटना हो सकती है। अब लोगों को पक्का मकान मिल जाने से किसी भी अप्रिय घटना से राहत मिल चुकी है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को उच्च और गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया। इस योजना के तहत कोई भी आयुष्मान कार्ड धारक निशुल्क 5 लाख तक का इलाज करा सकता है। इस योजना को लागू करने से गरीबों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया है।
रवि तिवारी Ravi Tiwari ने बताया कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना भी शुरू की गयी। इस योजना के तहत देश के आम एवं गरीब लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने का काम किया गया। जिन भी लोगो को बैंक में खाता नहीं खुला था, उनका बैंक में जीरो बैलेंस पर खाता खोलकर उन्हे बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा गया। उन्हें देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया गया। आज गरीबो को दी जाने वाली आर्थिक सहायता सीधे लाभकर्ता के खाते में पहुँचती है। बिचौलियों एवं कमीशनखोरों का काम अब खत्म हो चुका है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने भी देश के गरीब एवं उद्यमियों के उत्थान में अपना अमूल्य योगदान दिया है। इस योजना का लक्ष्य देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देना था। जिससे देश का युवा नौकरी के पीछे भागने वाला नहीं अपितु नौकरी देने वाला बने। बहुत से कुशल और प्रतिभासम्पन्न युवा सिर्फ आर्थिक तंगी के चलते स्वयं का रोजगार या व्यवसाय शुरू नहीं कर पाते। इस समस्या का समाधान मोदी जी ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू करके दिया।
इस तरह की सैकड़ो और योजनाएँ हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा जनकल्याण के लिए शुरू की गयी हैं। जिन्होंने राष्ट्र निर्माण एवं भारत को विकसित देश बनाने की दिशा में योगदान दिया है। मात्र एक लेख के माध्यम उन सभी योजनाओं को नहीं गिनाया जा सकता है। किसी अन्य लेख में उनका भी जिक्र करेंगे। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधित्व में भारत एक आर्थिक महाशक्ति बनकर उभरेगा। ऐसा हम सभी देशवासी कामना और उम्मीद करते हैं।