५०० वर्षों के संघर्ष, त्याग एवं बलिदान का प्रतीक है अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir)। इस लेख में जानिए प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर भाजपा दिल्ली (BJP Delhi) के नेता रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने क्या कहा?
क्या है श्री रामजन्मभूमि (Shri Ram Janmbhumi) और बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) विवाद?
भाजपा दिल्ली (BJP Delhi) के नेता रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने कहा कि लगभग ५०० वर्षों के पश्चात् अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम का भव्य मंदिर पुनः स्थापित हुआ है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के कर कमलों द्वारा प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न किया गया। यह सम्पूर्ण भारतीय इतिहास के सबसे स्वर्णिम पलों में से एक है। सन १५२८ में मुगल आक्रांता बाबर (Babar) के द्वारा अवैध रूप से मंदिर (Ram Mandir) को तोड़कर बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) का निर्माण कराया गया था।
हमारे प्रभु श्रीराम को उनके ही महल से बेदखल करने का काम किया गया। बहुत से लोग वहाँ पर राम मंदिर होने को लेकर प्रश्नवाचक चिन्ह खड़ा करते हैं। परन्तु उस मस्जिद का जो असली नाम था – मस्जिद-ए-जन्मस्थान। यहाँ पर पहले राम मंदिर हुआ करता था, इसका प्रमाण इस अवैध मस्जिद के वास्तविक नाम में ही छिपा हुआ है।
अब प्रश्न उठता है कि किसका जन्मस्थान? बाबर तो उज्बेकिस्तान से आया था। यह स्थान था प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली। १९४० के दशक तक इसका नाम मस्जिद-ए-जन्मस्थान हुआ करता था। बाद में इसका नाम बदलकर बाबरी मस्जिद रख दिया गया था। इस स्थान को प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली के रूप में हमेशा ही स्वीकार किया जाता रहा है।
राम आएँगे से राम आ गए!
भाजपा दिल्ली (BJP Delhi) के नेता रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने कहा कि पश्चिमी इतिहासकारों ने भी अपनी किताब में यही लिखा है कि एक मंदिर तो तोड़कर अवैध मस्जिद का निर्माण कराया गया। क्योंकि मस्जिद बनने के बाद भी बहुत से हिन्दू यहाँ पर पूजा करने आते थे। आखिर किसी मंदिर को तोड़कर ही मस्जिद बनाने का विधान कितना सही है? यह एक विचारधारा को किसी एक समुदाय विशेष पर थोपने का जबरन एवं अनैतिक प्रयास था। यह दिखाने के लिए भी किया गया था कि तुम सभी लोग आपस में बंटे हुए हो।
परन्तु आदरणीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर अमल करते हुए भारत सरकार ने उस जगह पर भव्य श्रीराम मंदिर बनाने का आदेश पारित किया। प्रभु राम और उनके करोड़ो भक्तो को उनकी खोई हुई अस्मिता एवं गौरव को वापस दिलाने का कार्य किया गया। २२ जनवरी २०२४ का दिन भारतीय इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जायेगा।
भाजपा दिल्ली (BJP Delhi) के नेता रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने कहा कि हमारे प्रभु श्रीराम अपने पूरे सम्मान एवं प्राण-प्रतिष्ठा के साथ मंदिर में विराजमान हो गए हैं। यह ५०० वर्षों के संघर्ष, अथक प्रयास और मेहनत की जीत है। समस्त भारत के लोग अपने पूर्वजों के त्याग और बलिदान के सदैव ऋणी रहेंगे। जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर इस संघर्ष को जीवित रखा और आज हम सभी इस योग्य हो पाएं है कि मंदिर का सपना साकार होते देख पा रहे हैं।
२२ जनवरी २०२४ भारतीय इतिहास का स्वर्णिम दिवस!
भाजपा दिल्ली (BJP Delhi) के नेता रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने कहा कि 22 जनवरी, 2024 को भगवान् राम का कलियुगी वनवास समाप्त हुआ। सदियों का इंतजार समाप्त हुआ तथा इस शुभ अवसर पर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला। इस दिन सभी कार्यालयों में काम-काज स्थगित रहा और वहाँ पूजा एवं सजावट का कार्य किया गया। सभी लोगो ने शाम के समय घर के बाहर दीपक सजाकर रामलला के आगमन की शुभकामनाएँ दी।
यह दिन दीपावली जैसा ही महत्वपूर्ण रहा। पूरे दिन दीपावली जैसा ही माहौल रहा। बच्चों से बड़ों तक में खुशी और उत्साह का संचार हुआ। हम सभी धन्य हैं कि अपने पूर्वजों के त्याग और बलिदान की वजह से हम सभी इस पवित्र दिन के साक्षी बन सके। हमारे पूर्वजों ने जिस संघर्ष की बुनियाद रखी थी उस लड़ाई को कानूनी तरीके से आगे बढ़ाकर हमने अपना खोया हुआ स्वाभिमान एवं गौरव प्राप्त किया।