बीजेपी के युवा नेता एवं उभरते हुए नेता रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने बताया कि अब मातृत्व अवकाश यानि मैटरनिटी लीव 12 सप्ताह से बढ़कर 26 सप्ताह हो गयी है। भाजपा सरकार में यह पहल करी थी कि महिलाओ की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लेना अत्यंत आवश्यक है। जिस संस्थान में 10 अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है। उन संस्थानों में यह कानून लागू होगा।
कामकाजी महिलाओं को, अपने नवजात शिशुओं के अच्छी तरह लालन-पालन का पर्याप्त समय मिले, इसके लिए भाजपा सरकार की पहल पर मैटरनिटी लीव 12 सप्ताह से बढ़कर 26 सप्ताह हुई
रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने बताया कि इसके आलावा मैटरनिटी लीव के समाप्त होने पर भी महिलाएँ घर से काम यानि वर्क फ्रॉम होम कर सकती हैं। उन्हें सरकार ने यह भी सुविधा दी है कि मैटरनिटी लीव के समाप्त होने के तुरंत बाद ही आकर ड्यूटी ज्वाइन नहीं करना है। अगर उनका स्वास्थ्य अनुकूल नहीं है तो वो ‘घर से काम’ करने का चुनाव कर सकती हैं।
50 से अधिक कर्मचारियों वाले संस्थानों पर यह कानून लागू होगा।
भाजपा सरकार के लिए महिला सुरक्षा सबसे अहम:
रवि तिवारी (Ravi Tiwari) ने बताया कि केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने लोकसभा में बिल पारित करते हुए यह कहा कि बीजेपी एवं मोदी जी के लिए महिलाओं की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है। वह महिलाओ की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के साथ कोई भी खिलवाड़ नहीं होने देना चाहते हैं।
इसीलिए वह यह बिल लेकर आये हैं। ताकि महिलाओं प्रसव अवस्था के दौरान घर पर ही रहकर अपना ख्याल रखें। एक स्वस्थ्य शिशु को जन्म देने के योग्य शरीर का निर्माण करना परम आवश्यक है।
मंत्री जी ने यहाँ पर महिलाओ के हित में एक चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस कानून के लागू होने के पश्चात् कहीं यह न हो कि नियोक्ता महिलाओं को कम नौकरी दें।
ऐसा भी हो सकता है मैटरनिटी लीव के डर से कहीं लोग महिलाओं की जगह पुरुष को वरीयता देने लग जाएं। इस ओर ध्यान देना सरकार की एकमात्र प्राथमिकता है। महिलाओं की नियुक्ति दर में कमी न आना सरकार का लक्ष्य है।