बीजेपी के उभरते हुए युवा नेता Ravi Tiwari ने भारत में बढ़ते डिजिटल लेन-देन और UPI के विषय पर गहन चर्चा की और लोगों को UPI के पूरे विश्व में बढ़ते दबदबे और लाभ के बारे में भी बताया। गौरतलब है कि भारत के UPI सिस्टम को समस्त विश्व ने स्वीकार किया और भारत ने संपूर्ण विश्व में सबसे अधिक मात्रा में डिजिटल लेन-देन करने वाला देश बनने का गौरव प्राप्त किया।
यह भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और उनकी सलाहकार मंडल की दूरदर्शिता का ही परिणाम था कि आज भारत की अर्थव्यवस्था में कैश लेन-देन का चलन काफी हद तक कम हो चुका है एवं ऑनलाइन लेन-देन काफी विकसित हो चुका है, जिसके दूरगामी परिणाम वर्तमान में तो हम देख ही रहे हैं अपितु भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह प्रयास भारत सहित समस्त विश्व की अर्थव्यवस्था के लिए काफी हद तक लाभकारी सिद्ध होगा। आइये इसे व्यापक तौर पर कुछ बिंदुओं के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं-
1. सुरक्षित और आसान नेटबैंकिंग लेन-देन की सुविधा
भारत का देशी एवं अत्याधुनिक UPI तकनीक उपयोगकर्ता के लिए काफी सुविधाजनक और सुरक्षित है। यह तकनीक प्रयोग करने में भी काफी आसान है इसके द्वारा आप प्रत्यक्ष रूप से किसी भी अन्य व्यक्ति के बैंक खाते में आसानी से एक निश्चित राशि एक सुरक्षित तरीके से भेज सकते हैं। आप किसी भी व्यक्ति के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके भी प्रत्यक्ष रूप से उसके खाते में पैसा भेज सकते हैं यदि उसका मोबाइल नंबर और आधार कार्ड, बैंक खाते से जुड़ा हुआ हैं। इसको इस्तेमाल करने का तरीका बेहद ही आसान और सुरक्षित है।
2. किसी भी समय और किसी भी स्थान से भुगतान करने की सुविधा
इस तकनीक के माध्यम से आपको परंपरागत रूप से आर्थिक लेन-देन की समस्या और सीमाओं से स्वतंत्रता मिलती है। परंपरागत बैंकिंग प्रणाली में आपको बैंक के ऊपर निर्भर रहना पड़ता है, जिससे आप एक सीमा में बांध जाते हैं जैसे कि आपको बैंक के निर्धारित समय के हिसाब से ही अपने ग्राहक या थोक व्यापारी को भुगतान करना पड़ता है। लेकिन इस व्यवस्था से आपको यह स्वतंत्रता मिलती है कि आपको अब बैंकों के ऊपर निर्भर नहीं रहना पड़ता है, आप किसी भी समय और किसी भी स्थान से किसी भी व्यक्ति को भुगतान कर सकते हैं।
3. सरकारी स्कीमों में भुगतान की आसानी
परंपरागत रूप से भारत में आर्थिक भ्रष्टाचार एक कड़वी सच्चाई रही है। विशेषकर सरकारी योजनाओं में तो हमें यह अवश्य ही देखने को मिलता रहा है कारण सिर्फ एक ही था कि सरकारी योजनाएँ जो सरकार द्वारा जनता के लिए चलायी जाती थीं उनमें जमकर भ्रष्टाचार होता था। जैसे कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व० श्री राजीव गाँधी जी ने कहा था कि दिल्ली से भेजा गया एक रूपया गरीब तक पहुँचते-2 वह 15 पैसे हो जाता है, कारण था कि सरकार के पास ऐसा कोई विकसित तंत्र नहीं था कि जिससे जनता तक सीधे सहायता राशि पहुंचाई जा सके।
अब UPI के आने के पश्चात् यह तस्वीर निश्चित तौर पर बदली है सरकार द्वारा जारी की गयी आर्थिक सहायता राशि लाभकर्ता के खाते में बिना किसी कमीशनखोरी के सीधे पूरी की पूरी पहुँचती है। यह सब भारत जैसे देश में माननीय मोदी जी के प्रयासों से ही संभव हो सका है।
4. नकदी की जरूरत न होने से व्यवसाय में सुविधा
आर्थिक वैश्वीकरण के इस दौर में व्यापार के क्षेत्र में दशक दर दशक काफी बदलाव आया है। आज भारत समेत पुरे विश्व में व्यापर करने का तरीका पूरी तरह से बदल चुका है। वर्तमान में व्यापार की परंपरागत तकनीक गुजरे ज़माने की बात हो चुकी है। आज का समय दुकान खोलकर सिर्फ गल्ला ताकने का नहीं रह गया है। आज का युवा यह चाहता है कि घर बैठे वह अपना सामान या सेवा वैश्विक या राष्ट्रीय स्तर पर कहीं भी बेच सके। व्यापार में भुगतान की समस्या एक महत्वपूर्ण प्रश्न है कि कैसे कहीं दूर बैठा व्यक्ति उस सेवा या सामान के लिए भुगतान करेगा।
इस समस्या को भी UPI ने एकदम से समाप्त कर दिया है और ऑनलाइन व्यापार को काफी हद तक सुगम बनाया है। UPI के उभरने के बाद ऑनलाइन प्रशिक्षण और ई-कॉमर्स जैसे प्लेटफार्म की भारत में पिछले कुछ वर्षों में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ोतरी हुई है। ऑनलाइन व्यापार शुरू करना, परंपरागत रूप से व्यापार शुरू करने से कहीं ज्यादा आसान और किफायती है और इसमें वृद्धि और विकास के अवसर की भी कोई निश्चित सीमा नहीं है। यही कारण है की पिछले कुछ समय में जितनी यूनिकॉर्न कम्पनियाँ (यूनिकॉर्न कंपनी उनको कहा जाता है जिनका कुल मूल्य 1 बिलियन डॉलर से अधिक होता है) भारत में बनी हैं, उतनी तो पिछले सत्तर सालों में कुल मिलाकर नहीं बनी।
बीजेपी के युवा नेता श्री रवि तिवारी जी ने यह जानकारी समस्त भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं भारत की जनता के साथ साझा की और कार्यकर्ताओं से यह अपील भी की कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ जुट जाएं, दिल्ली सहित भारत की एक-एक जनता तक मोदी जी के द्वारा किये गए विकास कार्यों की जानकारी पहुँचाये। ताकि भारत की जनता आगामी लोकसभा चुनाव में बिना किसी भ्रम के सिर्फ मोदी जी को ही तीसरी बार प्रचण्ड बहुमत के साथ देश की बागडोर सौंपे। मोदी जी ने भारत को आर्थिक महाशक्ति एवं विश्व गुरु बनाने का जो सपना देखा है वह महायज्ञ बिना किसी रूकावट के निरंतर जारी रहे।