बीजेपी दिल्ली (BJP Delhi) के उभरते हुए युवा नेता श्री रवि तिवारी जी ने सनातन धर्म मंदिर, मीरा बाग में आयोजित होने वाले श्रीराम कथा के लिए सभी कार्यकर्ताओ एवं आयोजकों को शुभकामनाएँ दी हैं। इस कथा का आयोजन संगीतमय तरीके से होगा। कथा के साथ-साथ भजन कार्यक्रम भी चलेगा।
इस दुर्लभ कथा के वाचक श्री रामनाथ ओझा जी होंगे। जो पूज्य नारायण दस भक्तमाली के अनन्य हैं। साथ ही रवि तिवारी (Ravi Tiwari) जी ने यह भी कहा कि यह आयोजन लोगों को वास्तविक धर्म के बारे में जानने का दुर्लभ अवसर है।
श्रीराम कथा, हिंदू धर्म की सबसे महत्वपूर्ण कथाओं में से एक है। यह भगवान श्रीराम के जीवन और उनके द्वारा किए गए कार्यों की कहानी है। श्रीराम को हिंदू धर्म में एक अवतार माना जाता है, जो भगवान विष्णु का अवतार है।
श्रीराम कथा का आयोजन आमतौर पर मंदिरों में किया जाता है। इस आयोजन में, एक कथावाचक श्रीराम की कथा को सुनाता है। कथावाचक अक्सर संगीत और नृत्य का उपयोग करके कथा को अधिक आकर्षक बनाता है।
श्रीराम कथा का महत्व
श्रीराम कथा का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। यह कथा नैतिकता, कर्तव्य, और धर्म की सीख प्रदान करती है। यह कथा लोगों को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है।
श्रीराम कथा का आयोजन मीरा बाग में
श्रीराम कथा का एक भव्य आयोजन मीरा बाग, पश्चिम विहार, नई दिल्ली में किया जा रहा है। यह आयोजन 6 जनवरी से 14 जनवरी तक चलेगा। इस आयोजन में श्रीरामनाथ ओझा जी कथावाचक होंगे।
मीरा बाग निवासियों से आग्रह
मीरा बाग के सभी निवासियों से आग्रह है कि वे इस भव्य आयोजन में भाग लें। इस आयोजन में भाग लेने से आप श्रीराम की कथा को सुनने और उनसे सीखने का अवसर प्राप्त करेंगे। यह आयोजन आपके लिए एक आध्यात्मिक लाभ का स्रोत होगा।
कुछ मिलान सामग्री
श्रीराम कथा के महत्व को और अधिक स्पष्ट करने के लिए, हम निम्नलिखित सामग्री जोड़ सकते हैं:
- श्रीराम कथा नैतिकता और कर्तव्य की सीख प्रदान करती है। यह कथा हमें सिखाती है कि हमें हमेशा सत्य का पालन करना चाहिए, चाहे कितनी भी कठिनाई क्यों न आए। यह कथा हमें सिखाती है कि हमें हमेशा अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए, चाहे वे कितने भी कठिन क्यों न हों।
- श्रीराम कथा लोगों को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है। यह कथा हमें सिखाती है कि हमें हमेशा अच्छे काम करने चाहिए और बुरे कामों से बचना चाहिए। यह कथा हमें सिखाती है कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए और जरूरतमंदों के प्रति दयालु होना चाहिए।
उदाहरण
“श्रीराम कथा नैतिकता और कर्तव्य की सीख प्रदान करती है। यह कथा हमें सिखाती है कि हमें हमेशा सत्य का पालन करना चाहिए, चाहे कितनी भी कठिनाई क्यों न आए। उदाहरण के लिए, जब श्रीराम को वनवास जाना पड़ा, तो उन्होंने बिना किसी शिकायत के वनवास का व्रत स्वीकार किया। उन्होंने अपने कर्तव्यों को पूरा करने के लिए हर कठिनाई का सामना किया।”