भाजपा सरकार के 9 साल के कार्यकाल में शिक्षा क्षेत्र में क्रांति
भारतीय राजनीतिक स्तर पर, भाजपा सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कायाकल्प का सपना साकार किया है, जिससे देश में शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले क्रन्तिकारी परिवर्तन और विकास की राहों में पूरी तरह से नई दिशा मिली है। 2014 के बाद, शिक्षा के क्षेत्र में नए कदम उठाए गए हैं, जिनमें आईआईटी, आईआईएम से लेकर विश्वविद्यालयों की संख्या में निर्णायक वृद्धि प्रमुख हैं।
Ravi Tiwari, Youth leader of the BJP Delhi
शिक्षा के क्षेत्र में मोदी सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यो में सबसे महत्वपूर्ण पहलू है नए IIT एवं IIM केंद्रों की स्थापना। भाजपा सरकार ने देश भर में 7 नए IIT एवं IIM खोले हैं, जिससे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और व्यावासायिक शिक्षा को देश भर में नए स्तर पर पहुँचा दिया गया है। इन IIT एवं IIM संस्थानों की स्थापना से नए उच्च शिक्षा केंद्रों का निर्माण हुआ और विद्यार्थियों को अपनी योग्यता एवं कुशलता को विभिन्न क्षेत्रों में विकसित करने का अवसर मिला है।
इन नए संस्थानों के उभरने से भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रान्तिकारी परिवर्तन आएगा। IIT एवं IIM संस्थानों की संख्या में वृद्धि से भारत की समस्त विश्व में दबदबे में शानदार वृद्धि दर्ज होगी। क्योंकि इन संस्थानों से निकलने वाले विद्यार्थी सम्पूर्ण विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियों के उच्चतम पदों पर विराजमान होते है। गूगल, यूट्यूब समेत कई बड़ी कंपनियों के सीईओ पर अगर आप निगाह डालेंगे तो पाएंगे उनमे ज्यादार भारतीय ही विराजमान हैं। इससे पूरे विश्व में भारत की एक आदरणीय एवं सम्मानजनक स्थिति बनेगी।
इसके अलावा, भाजपा सरकार ने देश भर में 390 नए विश्वविद्यालय स्थापित किए हैं, जो विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए नए और विशेषज्ञ क्षेत्रों में अध्ययन करने का अवसर प्रदान करते हैं। इससे शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक परिवर्तन आया है और छात्रों को विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का एक बेहतर विकल्प मिला है।
इस समय भारत की दृष्टि इस पर है कि उभरते हुए देशों में जहाँ पर शैक्षणिक स्थिति काफी कमजोर है वहाँ पर भी नए भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों की नींव रखी जाये। भारत सरकार और मोदी जी की दृष्टि इस पर भी है कि अपने देश में उच्च संस्थानों की स्थापना करके भारतीय विद्यार्थियों की क्षमता और योग्यता में इतनी वृद्धि कर दी जाये कि भारत आने वाले समय में पिछड़े एवं अति पिछड़े देशों में शिक्षको का निर्यात कर सके।
जिससे भारत की सांस्कृतिक और सामरिक शक्ति में निर्णायक वृद्धि होगी ही बल्कि इसके साथ ही सम्पूर्ण विश्व में भारत को सम्मान की दृष्टि से देखा जाएगा। भारत की पुरे विश्व में यह छवि भी जाएगी कि भारत की उभरती हुई शक्ति से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व का भला होगा क्योंकि मोदी जी ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का नारा देकर पूरे विश्व को यह सन्देश दिया है कि आने वाले समय में भारत पूरे विश्व को एक नई गति और ऊर्जा प्रदान करेगा और समावेशी विकासवाद की सोच को आगे बढाकर विकास का लाभ कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने का भरपूर प्रयास करेगा।
इसके परिणामस्वरूप, भाजपा सरकार के 9 साल के कार्यकाल में शिक्षा क्षेत्र में एक नई ऊर्जा और उत्साह की भावना उत्पन्न हो रही है, जिससे देश के युवा वर्ग को बेहतर और समृद्धि युक्त भविष्य की दिशा में अग्रणी बनाने में मदद मिलेगी।